यह वेबसाइट हिंदी या अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है
तेंदुए का आतंक
उदयपुर से करीब 45 किलोमीटर दूर गोगुंदा क्षेत्र में तेंदुए ने एक और शिकार किया है। गांव से 5 साल की बच्ची को तेंदुआ उठा ले गया। बच्ची की कटी हथेली जंगल में मिली। कुछ दूरी पर उसका शव पड़ा था। ग्रामीण कुछ कर पाते, इससे पहले ही झाड़ियों से तेंदुआ आया और शव उठा ले गया। रात 2 बजे तक ग्रामीण जंगल में शव की तलाश करते रहे, लेकिन सफलता नहीं मिली। पिछले 20 दिनों में तेंदुआ इस क्षेत्र से 4 लोगों को मार चुका है। उदयपुर में ग्रामीणों पर तेंदुओं द्वारा लगातार किए जा रहे हमलों का सिलसिला थम नहीं रहा है। अब झाड़ोल के सरणा फला में बकरियों के लिए पत्ते लेने गए व्यक्ति पर तेंदुए ने हमला कर उसे मार डाला। मृतक का शव खून से लथपथ जंगल में पड़ा मिला। मृतक की पहचान शंकर (50) पुत्र लिंबा निवासी खराड़ी के रूप में हुई है। सूचना मिलने पर झाड़ोल थानाधिकारी रामनिवास बल के साथ पहुंचे और रेंजर होरीलाल सैनी सहित वन विभाग की टीम मौके पर है। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। पुलिस ने मृतका के शव को पहाड़ी से नीचे उतारा, लेकिन ग्रामीणों ने शव को मोर्चरी ले जाने से रोक दिया। ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। वे तेंदुए को पकड़ने और मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। मामला गरमाता देख डिप्टी महावीर सिंह शेखावत और एसडीएम हसमुख कुमार मौके पर पहुंचे। पुलिस प्रशासन ग्रामीणों को समझाने का प्रयास जारी रखे हुए है। उदयपुर के गोगुंदा में तेंदुए ने एक महिला को मार डाला। शव घर से 300 मीटर दूर पहाड़ी पर मिला।
तेंदुए के हमले से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। वन विभाग की टीम ने 3 तेंदुओं को पकड़ लिया है। जानकारी के अनुसार, गुर्जर का गुड़ा निवासी मोती लाल गुर्जर की पत्नी गटू बाई (55) शनिवार को मवेशियों के लिए चारा लेने गई थी। देर शाम तक जब वह वापस नहीं लौटी तो उसके पति को चिंता हुई। पति मोती लाल गुर्जर और ग्रामीण उसकी तलाश में जंगल में गए। महिला का शव पहाड़ी पर मिला। सूचना मिलने पर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। उदयपुर में अब तेंदुए ने मंदिर के पुजारी को मार डाला है। तेंदुए ने पुजारी का एक हाथ, गर्दन और छाती का कुछ हिस्सा खा लिया। पुजारी का शव मंदिर से 150 मीटर दूर जंगल में मिला।
उदयपुर में तेंदुए के हमले में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। बड़गांव की मदार पंचायत के राठौड़ का गुड़ा गांव में हनुमान मंदिर है। मंदिर में पुजारी विष्णु गिरी (65) पूजा-अर्चना करते थे। सोमवार सुबह जब लोग मंदिर के पास स्थित टंकी से पानी भरने पहुंचे तो उन्हें खून बिखरा दिखाई दिया। रास्ते में कुछ जगह खून के निशान भी दिखे। पुजारी के नहीं दिखने पर लोगों को अनहोनी का शक हुआ। लोगों ने पुजारी की तलाश शुरू की। तलाश करते हुए लोग जंगल की ओर गए तो मंदिर से 150 मीटर दूर पुजारी का शव मिला। पुजारी का एक हाथ गायब था और गर्दन व छाती का कुछ हिस्सा भी खाया हुआ था। सूचना मिलने पर पुलिस व वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। डीएफओ अजय चित्तौड़ टीम के साथ मौके पर पहुंचे। साथ ही वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया। उदयपुर के गोगुंदा थाना क्षेत्र के केलवो का खेड़ा गांव में मंगलवार सुबह तेंदुए ने एक महिला को मार डाला। महिला घर के आंगन में अपनी बेल बांध रही थी, तभी तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। हमले में महिला कमला कुंवर (55) पत्नी उमसिंह सिसोदिया की मौत हो गई। तेंदुए ने महिला की गर्दन को अपने जबड़े में दबा लिया और उसे खेत की ओर खींचकर ले जाने लगा। आंगन में शोरगुल सुनकर मृतका की ननद, सास और बच्चे घर से बाहर भागे। उनकी चीख-पुकार सुनकर तेंदुआ महिला को वहीं छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। गर्दन में गहरा घाव होने से महिला की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना सुनकर आसपास के ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलने पर वन विभाग और गोगुंदा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुटी है। महिला की गर्दन जबड़े में दबाकर भाग रहे तेंदुए को ग्रामीणों ने शोर मचाकर भगाया। इससे पहले सोमवार को इसी थाना क्षेत्र में एक पुजारी को भी तेंदुए ने मार डाला था। इस हमले के बाद गोगुंदा का दौरा करने पहुंचे मुख्य वन संरक्षक पवन कुमार उपाध्याय ने बताया कि आदमखोर तेंदुए को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए गए हैं।